मूल शब्दावली
यह उस राजकुमारी की कहानी है, जिसे कुएँ में जादुई मेंढक मिल जाता है।
यह उस राजकुमारी की कहानी है, जिसे कुएँ में जादुई मेंढक मिल जाता है।
पुराने समय में, जब लोगों की इच्छाएँ पूरी हुआ करती थीं, तो एक राजा था, जिसकी सभी बेटियाँ बहुत ख़ूबसूरत थीं। उसकी सभी बेटियों में से, सबसे छोटी बेटी इतनी ख़ूबसूरत थी कि खुद सूरज भी, जिसने दुनिया भर को देखा हुआ था, इतना आश्चर्यचकित हो जाता था कि उसके चेहरे पर कुछ ज़्यादा ही तेज़ चमकने लगता था। राजा के महल के नज़दीक ही एक बहुत घना जंगल था, और वहाँ पुराने नींबू के पेड़ के नीचे एक कुआँ था। जब दिन गरम होते थे, तो राजा के बच्चे जंगल में घूमने जाते थे और वे ठंडे झरने की बगल में बैठा करते थे। इन्हीं में से एक दिन जब छोटी राजकुमारी ऊब गई थी, तो अपनी उसने सुनहरी गेंद ली और उसे ऊपर आसमान की तरफ़ उछाला और फिर लपक लिया। यह गेंद उसका सबसे ज़्यादा पसंद का खिलौना थी।
अब ऐसा हुआ कि एक बार, राजकुमारी की सुनहरी गेंद उसके नन्हें हाथों में नहीं आई, जिन्हें उठाकर वह गेंद का इंतज़ार कर रही थी। गेंद उससे दूर ज़मीन पर गिरी, और फिर वह लुढ़कते हुए सीधे कुएँ में चली गई। राजकुमारी ने उस पर नज़र रखी हुई थी, लेकिन फिर वह गायब हो गई, और वह कुआँ इतना गहरा था, इतना गहरा था कि उसका तला भी नहीं दिख रहा था।
Tags:
मेंढक राजा; भाग I अंग्रेजी में
मेंढक राजा; भाग I स्पेनिश में
मेंढक राजा; भाग I जर्मन में
मेंढक राजा; भाग I स्वीडिश में
मेंढक राजा; भाग I इतालवी में
मेंढक राजा; भाग I जापानी में
मेंढक राजा; भाग I कोरियाई में
मेंढक राजा; भाग I पुर्तगाली में
मेंढक राजा; भाग I फ्रेंच में
मेंढक राजा; भाग I तुर्किश में
मेंढक राजा; भाग I हिंदी में